चैत में गाई जाने वाली चैती
चैत्र के महीने में गाई जाने
वाली उप-शास्त्रीय संगीत में
एक प्रकार की बंदिश है
चैती। इसमें रामा शब्द
का प्रयोग बार बार होता है और
इसमें कोयल की कूक, विरह,
प्रेम, साजन से प्रेम निवेदन,
और कई बार राम
जी का वर्णन होता है।
क्योंकि चैत्र मास में
होली आती है, कई बार चैती में
होली का वर्णन भी होता है। मन
को छूने
वाली चैती की जन्मभूमि बनारस
मानी जाती है। बिहार में
भी चैती गाई जाती है।
चैत्र के महीने में गाई जाने
वाली उप-शास्त्रीय संगीत में
एक प्रकार की बंदिश है
चैती। इसमें रामा शब्द
का प्रयोग बार बार होता है और
इसमें कोयल की कूक, विरह,
प्रेम, साजन से प्रेम निवेदन,
और कई बार राम
जी का वर्णन होता है।
क्योंकि चैत्र मास में
होली आती है, कई बार चैती में
होली का वर्णन भी होता है। मन
को छूने
वाली चैती की जन्मभूमि बनारस
मानी जाती है। बिहार में
भी चैती गाई जाती है।
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